हिन्दी भाषा के सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों के संकलन के उद्देश्य से 'अवध टाइम्स'
को बनाया गया है. सर्वप्रथम हमारे द्वारा निर्धारित कई प्रकार के पैमानों
से आप सभी के
ब्लॉगों के मूल्यांकन किया जाएगा. उसके बाद सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों के नामों
का चयन किया जाएगा और यदि आपक...
एक मान्यवर ने यह प्रश्न पूछा है कि अवध टाइम्स से अपना ब्लॉग जुड़वाने में हिन्दी ब्लॉगिंग का विकास कैसे होगा ?
तो श्रीमानजी जानिये -
प्रत्येक
ब्लॉगर हिन्दी ब्लॉग दुनिया के ब्लॉग से जुडने के लिए किसी न किसी ब्लॉग
लिस्ट पर निर्भर रहता है. जहां से वह अन्य ब्लॉगों के विषय में जान पाता है
और उनसे जुड़ पाता है.
अन्य ब्लॉगों के विषय में जानकारी प्राप्त करने के लिए ब्लॉगर के पास 2 स्रोत होते हैं -
1.
अपने ही ब्लॉग पर कुछ पसन्दीदा ब्लॉगों की एक तालिका बना लेना. ( यह तभी
सार्थक होता है जब आपकी प्रिय ब्लॉगों की सूची अधिक लम्बी न हो.)
2. किसी
फ़ीड ऐग्रीगेट करने वाली वेबसाइट पर जाना. (इससे आप अपने प्रिय ब्लॉग के
अलावा प्रिय विषय पर लिखे गए अन्य लेखकों के विचारों को भी जान पाते हैं.
साथ ही अन्य विषयों के ब्लॉगों को भी जान पाते हैं.)
अवध टाइम्स भी एक ब्लॉग संकलक है, जिसमें आपके ब्लॉग का लिंक दिया जायेगा और इस सूची को देखने वाला
आपके ब्लॉग तक सरलता से पहुँच पायेगा. यानी कि आपकी पाठक संख्या को बढाने
में 'अवध टाइम्स' सहायक सिद्ध होगा. जिससे कि आपके ब्लॉग का विकास होगा.
जिस प्रकार से आपके ब्लॉग की प्रगति होगी वैसे ही 'अवध टाइम्स' से जुडे हुए
हर ब्लॉग की प्रगति होगी और अन्ततः सम्पूर्ण ब्लॉग जगत आगे बढ़ेगा. अतः आप
अपने ब्लॉग को इस सूची में
सम्मिलित करायें. आपको व अन्य सभी ब्लॉगरों को ब्लॉगिंग के लिए शुभकामनाएं.
सम्भवतः भाजपा के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब लालकृष्ण आडवाणी अगले
लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष के तौर पर नरेंद्र मोदी
को आगे बढ़ाने के अपने विरोध की पृष्ठभूमि में पार्टी की राष्ट्रीय
कार्यकारिणी की बैठक में आज शामिल नहीं हुए.
85 वर्षीय आडवाणी ने बैठक में हिस्सा नहीं लेने के लिए खराब स्वास्थ्य को
कारण बताया। उम्मीद है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आम चुनाव में
मोदी की भूमिका के बारे में चर्चा होगी.
आडवाणी की कल बैठक के दूसरे दिन भी हिस्सा लेना अनिश्चित है. वर्ष 2014 में
आयोजित होने वाले अगले आम चुनाव में मोदी की भूमिका को लेकर पार्टी को दो
हिस्सों में विभाजित कर दिया है. कुछ नेता उन्हें आगे बढ़ा रहे हैं जबकि
आडवाणी से नजदीकी रखने वाले कुछ लोग उनका विरोध कर रहे हैं.
संभवत: विरोध जताने के लिए उमा भारती, जसवंत सिंह, योगी आदित्यनाथ पार्टी
की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
भारत को लक्ष्य बनाकर की जाने वाली आतंकी कार्यवाहियों पर विरोध जताते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि 26/11 के पाक स्थित आतंकियों को जल्द से जल्द दण्डित किया जाना चाहिये.
दोनों नेताओं के बीच बैठक आधे घंटे से अधिक समय तक चली. इस दौरान सिंह ने आतंकवाद पर भारत की चिंताओं पर बल दिया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ विदेश मंत्री एस एम कृष्णा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे जबकि
जरदारी के साथ उनके पुत्र बिलावल भुट्टो, विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार और
गृह मंत्री रहमान मलिक मौजूद थे.
हिन्दप्रभा डेस्क: अपुष्ट सूत्रों से पता चला है कि आडवाणी नरेंद्र मोदी को प्रचार समिति का संयोजक बनाने के लिए तो राजी हैं, लेकिन अध्यक्ष बनाने के लिए नहीं. सूत्रों के मुताबिक आडवाणी गोवा में न होकर भी मोदी विरोधी खेमे की कमान संभाले हुए हैं.
यदि मोदी को प्रचार समिति का संयोजक बनाया जाता है, तो चुनाव से संबंधित बीजेपी की बैठकों की अध्यक्षता राजनाथ सिंह ही करेंगे लेकिन अगर मोदी प्रचार समिति के अध्यक्ष बनाए जाते हैं, तो चुनाव के लिए होने वाले बैठकों की अध्यक्षता भी मोदी ही करेंगे.
गोवा बैठक में नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाने को लेकर वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित कुछ अन्य नेताओं की अनुपस्थिति में बीजेपी में गहन मंथन जारी है.
अब देखना यह है कि गोवा का ऊंट किस करवट बैठेगा.
नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी ने बहुब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को मंजूरी
देने समेत यूपीए सरकार के आर्थिक सुधार हेतु किये गये सभी नए उपायों का मंगलवार को पूरी तरह
से समर्थन किया. सोनिया के आवास दस जनपथ पर आज कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक
हुई.
इस बैठक में आर्थिक सुधारों का समर्थन करते हुए सरकार के सभी फैसलों को सही ठहराया गया. इस दौरान सोनिया गांधी ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा सरकार के फैसलों का
विरोध करने को विपक्ष की गैर जिम्मेदाराना हरकत करार दिया.
माना जा रहा था
कि बैठक में केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल को लेकर भी बातचीत की जाएगी.
लेकिन इस मामले को लेकर मीटिंग में कोई बात नहीं की गई.
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष नितिन गडकरी ने 1947 के बाद से अबतक के कोल ब्लॉक आवंटन की जांच कराने की मांग की है.
सीवीसी के एनडीए सरकार के दौरान आवंटित कोल ब्लॉक की जांच कराने के आदेश से
भाजपा गुस्से में है. बीजेपी यह बात नहीं पचा पा रही है कि 1993 से
आवंटित कोल ब्लॉक की जांच क्यों कराई जा रही है. गडकरी ने कहा कि सरकार न्यायपालिका और सीबीआई की दुरूपयोग कर रही है.
उन्होंने कांग्रेस को चुनौती दी कि वह 1947 से आवंटित कोल ब्लॉक की जांच
करा ले. भाजपा पार्टी के पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं
है लेकिन सरकार विपक्ष को जबरन विवाद में घसीटना चाह रही है.
लिंक एक्सचेंज योजना
साथ ही 'अवध टाइम्स' आप सभी से लिंक एक्सचेंज करने को भी उत्सुक है. अतः
यदि आप लिंक के आदान-प्रदान को उत्सुक हों तो भी अपने ब्लॉग से सम्बन्धित
जानकारी आप दे सकते हैं.
ठीक सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग की ही तरह आपके ब्लॉग को भी एक विशेष सूची में जोड़ा
जायेगा. जिसमें आपके ब्लॉग का नाम, ब्लॉग की नवीनतम रचना का शीर्षक, एक से
दो पंक्तियाँ व
साथ ही फोटो (यदि कोई फोटो आलेख में लगी हो) को दिखाया जायेगा.
संशोधित 20-02-2015
नमस्कार ब्लॉगर साथियों,
हिन्दी ब्लॉग जगत के इस ब्लॉग-एग्रीगेटर 'अवध टाइम्स' पर आप सभी का अत्यन्त हर्ष के साथ हार्दिक स्वागत है.
आप सभी ब्लॉगरों से अनुरोध है कि आप अपने
1. ब्लॉग का नाम,
2. ब्लॉग का लिंक
(वेब-एड्रेस),
3. और अपना (ब्लॉगर का) नाम,
4. श्रेणी (यदि स्वयं बता सकें)
नीचे टिप्पणी के द्वारा हमें प्रेषित
कर इस संकलक से अपना ब्लॉग जुड़वायें और हिन्दी ब्लॉग जगत के उत्थान में
अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
धन्यवाद,
अवध टाइम्स.
नमस्कार ब्लॉगर साथियों,
हिन्दी ब्लॉग जगत के इस ब्लॉग-एग्रीगेटर 'अवध टाइम्स' पर आप सभी का अत्यन्त हर्ष के साथ हार्दिक स्वागत है.
आप सभी ब्लॉगरों से अनुरोध है कि आप अपने ब्लॉग का नाम, ब्लॉग का लिंक (वेब-एड्रेस) और अपना (ब्लॉगर का) नाम नीचे टिप्पणी के द्वारा हमें प्रेषित कर इस संकलक से अपना ब्लॉग जुड़वायें और हिन्दी ब्लॉग जगत के उत्थान में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें.
धन्यवाद,
अवध टाइम्स.
अवध टाइम्स क्या है ?
हिन्दी भाषा के सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों के संकलन के उद्देश्य से 'अवध टाइम्स' को बनाया गया है.
सर्वप्रथम हमारे द्वारा निर्धारित कई प्रकार के पैमानों से आप सभी के ब्लॉगों के मूल्यांकन किया जाएगा. उसके बाद सर्वश्रेष्ठ ब्लॉगों के नामों का चयन किया जाएगा और यदि आपका ब्लॉग भी हमारे सभी नियमों (मूल्यांकन पद्धतियों) पर खरा उतरता है तो उसको इस ब्लॉग संकलक में सम्मिलित किया जायेगा. इस प्रकार से 'बेस्ट हिन्दी ब्लॉग्स' की एक वृहद ब्लॉग सूची भी बनाई जाएगी.
इस सूची में हम आपके ब्लॉग का नाम, ब्लॉग की नवीनतम रचना का शीर्षक, एक से दो पंक्तियाँ व साथ ही फोटो (यदि कोई फोटो आलेख में लगी हो) को दिखायेंगे.
एक मान्यवर ने यह प्रश्न पूछा है कि अवध टाइम्स से अपना ब्लॉग जुड़वाने में हिन्दी ब्लॉगिंग का विकास कैसे होगा ?
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लिस्ट पर निर्भर रहता है. जहां से वह अन्य ब्लॉगों के विषय में जान पाता है
और उनसे जुड़ पाता है.
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1.
अपने ही ब्लॉग पर कुछ पसन्दीदा ब्लॉगों की एक तालिका बना लेना. ( यह तभी
सार्थक होता है जब आपकी प्रिय ब्लॉगों की सूची अधिक लम्बी न हो.)
2. किसी
फ़ीड ऐग्रीगेट करने वाली वेबसाइट पर जाना. (इससे आप अपने प्रिय ब्लॉग के
अलावा प्रिय विषय पर लिखे गए अन्य लेखकों के विचारों को भी जान पाते हैं.
साथ ही अन्य विषयों के ब्लॉगों को भी जान पाते हैं.)
अवध टाइम्स भी एक ब्लॉग संकलक है, जिसमें आपके ब्लॉग का लिंक दिया जायेगा और इस सूची को देखने वाला
आपके ब्लॉग तक सरलता से पहुँच पायेगा. यानी कि आपकी पाठक संख्या को बढाने
में 'अवध टाइम्स' सहायक सिद्ध होगा. जिससे कि आपके ब्लॉग का विकास होगा.
जिस प्रकार से आपके ब्लॉग की प्रगति होगी वैसे ही 'अवध टाइम्स' से जुडे हुए हर ब्लॉग की प्रगति होगी और अन्ततः सम्पूर्ण ब्लॉग जगत आगे बढ़ेगा. अतः आप अपने ब्लॉग को इस सूची में
सम्मिलित करायें. आपको व अन्य सभी ब्लॉगरों को ब्लॉगिंग के लिए शुभकामनाएं.
लिंक एक्सचेंज योजना
साथ ही 'अवध टाइम्स' आप सभी से लिंक एक्सचेंज करने को भी उत्सुक है. अतः यदि आप लिंक के आदान-प्रदान को उत्सुक हों तो भी अपने ब्लॉग से सम्बन्धित जानकारी आप दे सकते हैं.
ठीक सर्वश्रेष्ठ ब्लॉग की ही तरह आपके ब्लॉग को भी एक विशेष सूची में जोड़ा जायेगा. जिसमें आपके ब्लॉग का नाम, ब्लॉग की नवीनतम रचना का शीर्षक, एक से दो पंक्तियाँ व
साथ ही फोटो (यदि कोई फोटो आलेख में लगी हो) को दिखाया जायेगा.
कानपुर :
केंद्रीय कोयला मंत्री श्रीजायसवाल की अभद्र टिप्पणी को लेकर पूरा
देश नाराज है. कहीं उनके पुतले जलाये जा रहे हैं तो कहीं उनकी शव यात्रा
निकाली जा रही है. मगर आज कानपुर में कुछ अलग ढंग का ही विरोध प्रदर्शन
देखने को मिला.
महिलाओं पर की गई अभद्र टिप्पणी से नाराज भारतीय जनता युवा
मोर्चा के कार्यर्ताओं ने आज एक बड़ी होर्डिंग पर श्रीप्रकाश जायसवाल और
आइटम गर्ल राखी सावंत को वरमाला डालते हुए दिखाया. इस होर्डिंग पर लिखा था
"नई शादी, नया मजा". कार्यकर्ताओं ने इस होर्डिंग के साथ जायसवाल की पूरे
शहर में बारात निकाली.
अंत में होर्डिंग पर चिपके श्रीप्रकाश जायसवाल
के पोस्टर पर कालिख पोती गई और उसे आग के हवाले कर दिया गया.
मालूम हो कि
"
नई नई जीत और नई नई पत्नी का जश्न सब मनाते हैं. जैसे जैसे समय बीतेगा,
जीत पुरानी होती जाती है; जैसे जैसे समय बीतता है पत्नी पुरानी होती जाती
है, वो मजा नहीं रहता है."
बवाल मचने और लगातार आलोचना होने के बाद
केन्द्रीय कोयला मंत्री को अक्ल आयी और उन्होंने अपने उस बयान के लिए माफी
मांग ली. इस मामले में कानपुर में जायसवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के भी
आदेश दिये गये.
अभी महिला आयोग इस विषय में कुछ भी उल्लेखनीय कदम नहीं उठा सका है. केन्द्र से शिकायत कर उसने भी इतिश्री कर ली है. पर ये राखी सावंत और श्री प्रकाश जायसवाल के इस मज़ाकिया/अपमानजनक पोस्टर महिलाओं को सुकून देने वाला है.
लखनऊ. अब उत्तर प्रदेश में लड़कियों को मोबाइल फोन पर परेशान करना मनचलों पर बहुत भारी पड़ने वाला है. पुलिस मोबाइल पर फोन या अश्लील एसएमएस भेजकर लड़कियों को
परेशान करने वालों पर लगाम लगाने के लिए एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 1010 की
सेवा की शुरूआत करने जा रही है.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक बद्री प्रसाद सिंह ने
बताया कि आए दिन महिलाओं और लड़कियों को फोन पर परेशान करने
की शिकायतों को देखते हुए यह योजना तैयार की गई है. पीड़ित लड़की या महिला
टोल फ्री नम्बर 1010 पर शिकायत कर सकती है. इस सेवा के लिए महिला कांस्टेबल
की तैनाती होगी, जो शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखेगी.
इस योजना के अनुसार पुलिस आरोपी को पहले तो सुधरने का एक अवसर देगी औरभविष्य में ऐसा नहीं करने की हिदायत देगी. सप्ताह भर बाद महिला कांस्टेबल पीड़िता
से फीडबैक लेगी कि अब उसके मोबाइल पर इस तरह की कॉल तो नहीं आ रही है. यदि
उसे परेशान करने का सिलसिला बना रहा तो पुलिस सर्विलांस की मदद से आरोपी का
फोन रिकॉर्ड कर उसे गिरफ्तार करेगी.
पुलिस महानिरीक्षक सिंह ने बताया कि अभी योजना आरम्भिक चरण में केवल
लखनऊ परिक्षेत्र में शुरू की जा रही है. इसके बाद योजना की सफलता पर प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में भी इसको
लागू होगी.
वाराणसी. वाराणसी के काशी एंक्लेव में आत्महत्या का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. आरोप यह है कि प्रेमिका के दबाव से परेशान होकर लड़का जब आत्महत्या कर रहा था तो उसकी प्रेमिका वेबकैम पर लाइव मरते देख रही थी.
पुलिस ने गर्लफ्रेंड के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामले दर्ज कर लिया है. हालांकि पुलिस ने आत्महत्या के इस दृष्टिकोण को खारिज कर दिया है, परन्तु मां के आरोप के मुताबिक अंकित ने आत्महत्या लाइव चैट के दौरान ही की.
अंकित की मां ने बताया कि उसने कमरे में कुछ टूटने की आवाज सुनी. थोड़ी ही देर बाद कमरे
में सन्नाटा छा गया. जब दरवाजा खोला गया तो अंकित पंखे से लटक कर अपनी जान
दे चुका था.
पुलिस ने इस मामले में आरोपी लड़की और उसके मां-बाप से भी पूछताछ की है,
लेकिन इलाके में हुई ऑनलाइन आत्महत्या की इस खबर से लोग भौंचक्के से हैं.
भोपाल: स्वास्थ्य मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि मध्यप्रदेश में
लोक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अभूतपूर्व सकारात्मक परिवर्तन का ही परिणाम
है कि प्रदेश में जनवरी 2012 से अभी तक स्वाइन फ्लू से मात्र 14 लोगों की ही मृत्यु
हुई है.
डा. मिश्रा ने यहां प्रशासनिक अकादमी में प्रदेश के मुख्य
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व संयुक्त संचालकों की समीक्षा बैठक में कहा
कि प्रदेश में स्वाइल फ्लू से निपटने की पूरी तैयारी है.
यह हमारे चिकित्सा
अमले की सतर्कता का ही परिणाम है कि जनवरी से अब तक आठ माह में जहां अन्य
प्रदेशों में स्वाइन फ्लू से मृत्यु का आंकड़ा 50 से उपर है वहीं म.प्र. में
अब तक मात्र 14 लोगों की मृत्यु ही दर्ज हुई है.
लखनऊ. शारदीय नवरात्र के साथ ही शहर में त्योहारी सीजन की शुरुआत हो जाएगी. इसी के साथ नवंबर के अंत तक शहर तीज-त्योहार की चमक-दमक से गुलजार रहेगा.
त्योहारी सीजन की आहट से कारोबारियों के चेहरे खिल गए हैं. दुकानदार अभी से
त्योहारी सीजन की तैयारी में जुट गए हैं. बाजारों में हलचल दिखाई देने लगी
है.
18-19 अक्तूबर से शहर में लगभग 80 दुर्गा पूजा कमेटियों के दुर्गा पूजा
पंडालों में स्थापना के साथ मां दुर्गा का आह्वान-पूजन शुरू हो जाएगा. 24
अक्तूबर को विजयादशमी पर राजधानी की सड़कों पर त्योहार की रौनक का लुत्फ
उठाने वालों का रेला उमड़ेगा.
इसके बाद धनतेरस, दीपावली, करवाचौथ, छठ और शादी-विवाह की लगनें प्रारम्भ हो जाएँगी.
पणजी. बढ़ती महंगाई से परेशान गृहणियों को कुछ हद तक सान्त्वना देने का कार्य सभी गैर-कांग्रेसी सरकारें कर रही हैं.
भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने राहत भरा कदम
उठाते हुए ऐसी गृहणियों को प्रति माह एक हजार रुपये भत्ता देने की घोषणा की
है, जिनके घरों की सालाना आय तीन लाख रुपये से कम है.
मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर ने कहा कि सोमवार से शुरू की गई इस योजना के
तहत गृहणियों के एकल या संयुक्त खाते में सीधे धन जमा किया जाएगा.
अपने
चुनावी घोषणापत्र में सरकार ने इसका वादा किया था और उसी को पूरा किया जा
रहा है. चालू वित्त वर्ष में इस योजना के लिए पहले ही डेढ़ सौ करोड़ रुपये
का प्रावधान किया जा चुका है.
मुख्यमन्त्री ने कहा कि सरकार को उम्मीद है कि इस योजना का फायदा
उठाने के लिए राज्य भर से करीब डेढ़ लाख आवेदन आएंगे.
लखनऊ : उत्तर प्रदेश की सरकार ने गुटखे पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय अगले साल तक टाल दिया
है. गुटखा लाबी के भारी दबाव के चलते यह प्रतिबंध अब एक अप्रैल, 2013 से
लागू होगा.
सरकार को भी यह प्रतिबंध हाईकोर्ट की सख्ती के बाद लगाना पड़ा.
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 18 सितंबर को सरकार को गुटखे पर प्रतिबंध लगाने के
लिए चौदह दिन का समय दिया था. वह समय सीमा बुधवार को पूरी हो गई थी. वहीं
केंद्र सरकार का भी लगातार दबाव सरकार पर बना हुआ था.
उ.प्र. सरकार ने
हाईकोर्ट से गुटखे पर प्रतिबंध लगाने के लिए छह माह का समय मांगा है.
सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि यह समय गुटखा उद्योग से जुड़े हुए लाखों
कर्मचारियों, मजदूरों और उद्यमियों की रोजी-रोटी को ध्यान में रखते हुए
मांगा गया है. इस छह महीने में वह कुछ और काम-धंधा तलाश सकेंगे.
ध्यातव्य है कि गुटखे पर
प्रतिबंध लगाने के लिए संसद में खाद्य सुरक्षा एवं मानक (विक्रय प्रतिषेध
और निर्बंधन) विनियम 2011 पारित किया गया था. प्रदेश सरकार ने इसी कानून को आधार
बनाकर गुटखे पर रोक लगाने को मंजूरी दी है. गुटखे पर रोक लगने के बाद सरकार
को राजस्व में लगभग 250 करोड़ का नुकसान होगा.
अभी यह राजस्व हानि कैसे झेलेगी जबकि उत्तर प्रदेश की सरकार को अपने किये कई वादे पूरे करने के लिए पहले से ही धन की बड़ी आवश्यकता है.
उत्तर प्रदेश : भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के लगभग सात हजार प्राथमिक विद्यालयों में ताला लगा हुआ है जबकि 15 हजार से अधिक विद्यालय ऐसे हैं जहां एक ही शिक्षक है.
ऐसा नहीं है कि यह स्थिति दो-चार महीने से ही हो बल्कि पूरे चार वर्षों से प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती नहीं हुई है. राज्य के दो लाख से अधिक पद खाली हैं. देश के बाकी हिस्से में दो से तीन बार शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का आयोजन हो चुका, कई प्रदेशों में इसके आधार पर नियुक्तियां भी हो गईं लेकिन उत्तर प्रदेश में अब तक कुछ साफ नहीं है.
केवल प्राथमिक ही नहीं, माध्यमिक स्कूलों में भी चयन का हाल बेहद खराब है. अनेक विद्यालयों में साइंस, मैथ्स, अंग्रेजी के शिक्षक नहीं हैं. अब सुप्रीम कोर्ट ने छह माह में भर्ती का आदेश दिया है तो अभिभावकों को उम्मीद जगी है कि उनके बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकती है.
हालांकि प्रदेश में जो हालात हैं, सरकार यदि तत्काल पदों की घोषणा कर दे तो भी छह महीने में चयन पूरा हो पाना मुश्किल लगता है. माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में अध्यक्ष और सदस्यों के पद खाली हैं. शिक्षकों की भर्ती के लिए पहले इन पदों पर तैनाती करनी होगी. उसके बाद विद्यालयों से रिक्तियां मांगी जाएंगी, उनके अनुरूप विज्ञापन होगा, परीक्षा होगी, साक्षात्कार होगा तब जाकर चयन संभव है, जो छह माह में पूरा होना असंभव है.
टीईटी का आवेदन इसी माह
प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के चयन को लेकर सरकार पूरी तैयारी के दावे कर रही है. तैयारी है कि आठ अक्तूबर को विज्ञापन जारी किया जाएगा लेकिन इसे लेकर इतने विवाद हैं कि जब तक चयन हो न जाए, कुछ कहना मुश्किल है.
स्थिति यह है कि अकेले इलाहाबाद में ही 335 विद्यालयों में ताले लगे हैं जबकि 1074 विद्यालय एक शिक्षक के सहारे चल रहे हैं. सरकार ने भर्ती की जो प्रक्रिया अपनाई है, उसमें छह माह की तो केवल ट्रेनिंग दी जानी है. ऐसे में छह माह की अवधि में चयन कैसे संभव है.
स्पष्ट है सरकार को अपनी शिक्षा नीति में बदलाव लाना ही होगा.यह देखना ही होगा कि छात्रों काजो कि देश का भविष्य कहे जाते हैं उनका ही भविष्य खतरे में है.
मुंबई / नई दिल्ली: अब सिंचाई घोटाला धीमे-धीमे महाराष्ट्र सरकार पर संकट के बादल की तरह छा गया है.
महाराष्ट्र में कांग्रेस और एनसीपी तो अभी तक इससे परेशान थीं ही, लेकिन अब ये घोटाला बीजेपी के भी जी का जंजाल बन गया है.
इंडिया
अगेंस्ट करप्शन की अंजलि दमानिया ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन
गडकरी पर घोटाला दबाने में भूमिका हेने का आरोप लगाया. अब अरविंद केजरीवाल
ने भी खुल कर बोल दिया है गडकरी पर हमला.
अरविंद ने कहा है कि,"
अंजलि दमानिया ने ये आरोप लगाया है कि वो नितिन गडकरी जी से मिली थीं और
नितिन गडकरी जी ने सिंचाई घोटाले को ये कह कर मना कर दिया कि उनके शरद पवार
जी के साथ अच्छे बिजनेस सम्बन्ध हैं और वो एक दूसरे के लिए काम करते रहते
हैं. ये देश के लिए बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बात है. क्योंकि आज विपक्ष में
कोई भी नहीं है. देश के सबसे बढ़े विपक्षी पार्टी के अध्यक्ष अगर सत्ता
पक्ष लोगों से मिलकर बिज़नेस करेंगे तो फिर पक्ष और विपक्ष में कोई अंतर
नहीं रह जाता. और इस देश के लोग किसके पास जाएँ तो हम नितिन गडकरी जी से
सीधे सीधे चार सवाल पूछना चाहते हैं."
अरविंद के चार सवाल:
1. क्या
आपने (नितिन गडकरी) सिंचाई घोटाले के मामले में आज तक एनसीपी, शरद पवार,
अजित पवार की भूमिका को लेकर कभी भी प्रश्न उठाये? क्या आपने सिंचाई घोटाले
का विरोध किया? अगर नहीं तो क्यों?
2. शरद पवार या उनसे सम्बंधित कंपनियों के साथ आपके क्या-क्या बिज़नस इंट्रस्ट है? ये बताया जाए, ये देश जानना चाहता है?
3. नितिन
गडकरी जी ने कहा है कि चार काम शरद पवार जी उनके लिए करते हैं और चार काम
वो शरद पवार जी के लिए करते हैं. देश ये जानना चाहता है कि वो कौन कौन से
काम हैं जो शरद पवार जी ने नितिन गडकरी के लिए किए और नितिन गडकरी ने शरद
पवार जी के लिए किए?
4. नितिन गडकरी जी के बिज़नस को लेकर
समय समय पर सवाल उठते रहे हैं. तो नितिन गडकरी अपने सारे डारेक्ट और
इनडारेक्ट बिज़नेस इन्ट्रस्ट का खुलासा देश के सामने करें.
मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार के भतीजे अजित पवार राज्य में पहले सिंचाई मंत्री भी थे. कुछ देर बाद उनके समर्थन में पार्टी के सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा पार्टी अध्यक्ष को सौंप दिया.
सम्भावना है कि बुधवार को विधायक दल की बैठक के बाद इस पूरे मसले पर अंतिम
फैसला लिया जाएगा. वहीं इस खबर के बाद नाराज तमाम एनसीपी विधायकों ने कहा
कि अब महाराष्ट्र सरकार को बाहर से समर्थन देना चाहिए. कहा जा रहा था कि अजित पवार ने तमाम ठेके बिना टेंडर निकाले ही अपने करीबियों को दे दिए थे. उन्होंने 1999 से 2009 के बीच एक दशक तक जल संसाधन मंत्री रहते हुए 2009 में
विदर्भ सिंचाई विकास निगम (वीआईडीसी) की संचालक परिषद की मंजूरी के बिना
20 हजार करोड़ रुपये की 38 परियोजनाओं को मंजूर किया था लेकिन अजीत ने आरोपों का पूरी तरह खंडन किया है.
अजीत ने आनन फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मैंने अपना
इस्तीफा मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया है. वह इसे मंजूर करने के लिए
राज्यपाल को भेजेंगे. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि राक्रांपा की प्रगति से सहयोगी कांग्रेस जलती है.
उ.प्र. : गुजरात में विधानसभा चुनाव का ऐलान होने से कांग्रेस अब हमलावर मूड में आ गयी है और एक के बाद एक गुजरात के मुख्यमन्त्री पर प्रहार कर रही है.
सोनिया के अनर्गल प्रलाप के बाद अब सलमान खुर्शीद की बारी है.
गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को जादूगर बताते हुए केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद ने इलाहाबाद में पत्रकारों से कहा कि नरेंद्र मोदी एक जादूगर हैं. लोगों को समझना चाहिए कि जादू केवल देखने में अच्छा लगता है. कोई जादूगर है तो मेरा तो लोगों से यही निवेदन है कि जादू को जादू समझो और सच्चाई को सच्चाई.
इस प्रकार सांकेतिक रूप से नरेंद्र मोदी द्वारा गुजरात के विकास की बात को महज एक छलावा
बताते हुए खुर्शीद ने कहा कि अगर अभी तक जादू से आंखों में चकाचौंध थी तो
लोग अब आंखें खोलकर सच्चाई को स्वीकार करें. जादू केवल देखने में ही अच्छा
लगता है.
उन्होंने आगे कहा कि वैसे भी जादू बच्चों के लिए अच्छा होता है, पर जिसको घर चलाना
होता है वो सच्चाई को साथ लेकर चलें तो उनके अच्छा होगा.
उल्लेखनीय है कि
गुजरात में विधानसभा चुनाव नवम्बर में होगा. निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना
जारी कर दी है.
नई दिल्ली. इंडिया अगेंस्ट करपशन के अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों ने आज
शीला सरकार पर हल्ला बोला है.
केजरीवाल ने दिल्ली के खानपुर इलाके में
एक मजदूर के घर का कटा हुआ बिजली कनेक्शन फिर से जोड दिया है. इसी के साथ ही केजरीवाल ने
चार नवंबर को मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का घेराव करने का ऎलान किया है.
बिजली कंपनी ने तिगड़ी खानपुर कॉलोनी में रहने वाले मजदूर बाना राम को 15
हजार का बिल भेजा था. पांच-सात हजार रूपये महीना कमाने वाला मजदूर, बिल जमा
नहीं कर सका जिस पर बिजली कंपनी ने मजदूर के घर की बिजली काट दी थी.
बिजली
कंपनियों और शीला सरकार के खिलाफ विरोध जताते हुए केजरीवाल ने इस मजदूर के
घर का बिजली कनेक्शन जोड़ा है.
अरविंद केजरीवाल ने सभी दिल्लीवासियों से बिजली के बिल ना जमा करने की अपील
की है. केजरीवाल ने ऎलान किया कि दिल्ली में जहां भी इस तरह बिजली
कंपनियां कनेक्शन काटेंगी वह अपना विरोध जताएंगे, बिजली कनेक्शन जोड़ेंगे.
उन्होंने लोगों से कहा था
कि वे बिजली का बिल देना बंद करे और बिजली का कनेक्शन काटने आने वाले
अधिकारियों का संगठित मगर शांतिपूर्ण विरोध करें.
केजरीवाल यह भी कह चुके
हैं कि अगर बिजली का बिल न भरने की वजह से लोगों की बिजली काटी जाती है तो
जनता मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर की बिजली काट देगी.
केजरीवाल ने
दिल्ली विद्युत विनियामक आयोग यानी डीईआरसी के पूर्व चेयरमैन की रिपोर्ट का
हवाला देते हुए कहा था कि निजी बिजली कंपनियां पहले से मुनाफे में हैं और
इसके बावजूद सरकार उन्हें लाभ पहुंचाने में लगी है.
मंगलवार को एक कार्यक्रम
में गडकरी ने कहा कि इस वक्त बाहर से निवेश तो नहीं ही आ रहा, साथ ही
भारतीय उद्योगपति भी अपनी पूंजी बाहर लेकर जा रहे हैं. हमें कई क्षेत्रों
में विदेशी पूँजी निवेश को लाना होगा.
उन्होंने कहा कि इस देश में मिसमैनेजमेंट सबसे बड़ी
समस्या है.
यहां स्मारक बन जाते हैं लेकिन कोल्ड स्टोरेज नहीं बन पाते.
उत्तर प्रदेश का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वहां स्मारक बनाए गए,
अच्छा किया गया, लेकिन कोल्ड स्टोरेज भी बन जाते तो किसानों को अपनी फसल
नहीं फेंकनी पड़ती.
पंजाब : पंजाब के मुख्यमन्त्री प्रकाश सिंह बादल ने बुधवार को बसी पठाना में कहा कि लंदन
में सेवानिवृत्त लेफ्टिनेन्ट जनरल केएस बराड़ पर हमले संबंधी एक घटना को आतंकवाद से जोड़कर
नहीं देखा जाना चाहिये.
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष कैप्टन अमरिंदर सिंह के आरोप पर उनका कहना था कि वह
तो व्यर्थ ही बोलते रहते हैं. उनकी बातों को गम्भीरता से नहीं लिया जा सकता है.
ध्यातव्य है कि कैप्टन अमरिंदर ने आरोप लगाया था कि उनकी [मुख्यमन्त्री बादल
की] वजह से यह हमला हुआ है.
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2005 के सोहराबुद्दीन शेख फर्जी मुठभेड़
मामले में आरोपी गुजरात के पूर्व मंत्री अमित शाह को राज्य में प्रवेश की
इजाजत मिलने पर खुशी जतायी है.
भाजपा ने कहा कि शाह निर्दोष हैं. इस निर्णय से गुजरात की बीजेपी इकाई अत्यंत प्रसन्न है.
भाजपा
नेता प्रकाश जावड़ेकर कहते हैं, 'मैं खुश हूं कि उन्हें गुजरात में प्रवेश
की इजाजत मिल गई और वह राज्य विधानसभा चुनावों के अभियान में हिस्सा लेंगे.
हमें हमारे नेता में पूरा विश्वास है कि वह दोषी नहीं हैं.
यह भाजपा के लिए एक बड़ी जीत के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि गुजरात चुनाव अब ज्यादा दूर नहीं रह गए हैं.
बिहार : नीतीश कुमार की नरेंद्र मोदी से जगजाहिर विरोध के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने
गुरुवार को कहा है कि चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए उनकी पार्टी
के साथ-साथ जद यू को भी नरेंद्र मोदी की जरूरत है.
पटना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा के महासचिव राजीव प्रताप
रूड़ी ने कहा कि चुनाव में बेहतर करने के लिए दोनों पार्टियों को मोदी की
जरूरत पड़ेगी.
यह पूछे जाने पर कि क्या मोदी को राजग उम्मीदवारों के प्रचार
के लिए बिहार बुलाया जाएगा इस पर रूड़ी ने कहा कि ऐसी जरूरत पड़ने पर राजग का
कोई मुख्यमंत्री कभी भी जा सकता है.
महाराजगंज में राजग उम्मीदवार की हार पर रूड़ी ने कहा कि यह पूरे राजग की हार है और हम इस हार से आश्चर्यचकित हैं.
लखनऊ. इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ खंडपीठ ने उत्तर प्रदेश विद्युत निगम से
प्रदेश के सभी जिलों में की जाने वाली बिजली आपूर्ति के संबंध में रिपोर्ट
मांगी है.
कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति ए लाला एवं न्यायमूर्ति अनिल कुमार की खंडपीठ
ने यह आदेश हिंदू पर्सनल लॉ बोर्ड की तरफ से दायर याचिका पर दिया है.
पर्सनल लॉ बोर्ड ने प्रदेश के अतिविशिष्ट छह राजनेताओं से जुड़े जिलों में 24
घंटे बिजली आपूर्ति के खिलाफ दायर जनहित याचिका दायर की थी. इसमे प्रदेश के रायबरेली, अमेठी और इटावा समेत वीआईपी लोगों से संबंधित छह
जिलों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति किए जाने को चुनौती दी गई है.
याचिकाकर्ता अधिवक्ता अशोक पांडेय ने अदालत में तर्क दिया कि
प्रदेश के रायबरेली, अमेठी, इटावा, मैनपुरी, रामपुर और कन्नौज जिलों को
अबाध विद्युत आपूर्ति संविधान में दिए गए समानता के अधिकार का उल्लंघन है
क्योंकि प्रदेश के अन्य जिलों में बिजली कटौती की जाती है. याचिकाकर्ता ने
इसके बजाय प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को 24 घंटे बिजली आपूर्ति किए जाने
के निर्देश देने का आग्रह किया.
नई दिल्ली/वॉशिंगटन: पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ़ अली जरदारी के द्वारा 'जम्मू व कश्मीर' प्रान्त को लेकर संयुक्त राष्ट्र में दिए वक्तव्य पर भारत ने कड़ा विरोध जताया है.
जरदारी के बयान के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की पाकिस्तान यात्रा टल सकती है. मनमोहन
सिंह साल 2012 के अन्त में पाकिस्तान जाने वाले थे.
जरदारी ने संयुक्त
राष्ट्र महासभा में कहा था कि जम्मू-कश्मीर संयुक्त राष्ट्र की नाकामी का
नतीजा है. जरदारी ने जम्मू कश्मीर को 1947 से विवादित बताया था.
भारत ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा है कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है.
विदेश
मंत्री एस एम कृष्णा ने संयुक्त राष्ट्र के आम अधिवेशन को संबोधित करते
हुए कहा कि कश्मीर के बारे में भारत की नीति हमेशा एक जैसी रही है और पूरी
दुनिया इसे जानती है.
May be Indian PM Manmohan Singh will not go to Pakistan.
जैसा कि हम सभी हमेशा से यह जानते हैं कि राहुल गांधी को 2014 में बतौर पीएम प्रत्याशी प्रोजेक्ट करने की प्लानिंग कांग्रेस बना चुकी है. अब वे प्रधानमन्त्री बन पाते हैं या नहीं यह तो समय ही बताएगा परन्तु वह पूरी तरह से इस कार्य में लगे हुए हैं.
आजकल वह कश्मीर का दौरा कर रहे हैं. कश्मीर मुस्लिम बहुल क्षेत्र है और मुसलमान कांग्रेस का वोटबैंक भी है. अतः वह इनको लुभाने के लिए पहुंचे हुए हैं.
यहाँ आने के उनके दो मुख्य उद्देश्य हैं :-
1. राष्ट्रीय छवि बनाना
प्रतीक्षित पीएम राहुल गाँधी के लिए अब यह जरूरी हो गया है कि कश्मीर से लेकर कन्या कुमारी तक लोग
उन्हें जाने. खास तौर से देश का युवा मतदाता वर्ग. राहुल इसमें सफल होते हैं, तो
2014 के लिये राहुल के वोट पक्के हो सकते हैं.
2. बड़ी योजनाओं का उल्लेख कर यूपीए का प्रचार करना
ज़ोजिला
पास पर छह महीने तक बर्फ जमे रहने के कारण लद्दाख देश से कटा-कटा रहता है.
लिहाजा यहां पर एक टनल बनाने का काम शुरू किया जा रहा है. गुरुवार को इसकी
नींव डाली गई. इस प्रोजेक्ट की कीमत 2,680 करोड़ रुपए है. राज्य के लोग
यह न सोचें कि यह टनल उमर सरकार ने बनाकर दी है, इसीलिये राहुल केंद्र को
क्रेडिट दिलवाने यहां पहुंचे हैं. इस मौके पर उन्होंने सोनमर्ग को जोड़ने
के लिये एक नई टनल का भी ऐलान कर दिया है.
3.
केंद्र को श्रेय दिलवाना
साथ ही 2010 के बादल फटने
की घटना को याद दिलाते हुए लोगों को यह अहसास करा दिया कि केंद्र ने लेह को
बर्बादी से उबारने के लिये ढेर सारा पैसा रिलीज़ किया था. उन्होंने यह
अहसास कुछ इस तरह दिलाया, "2010 में जब मैं यहां आया था तो बादल फटने के
कारण चारों तरफ मातम छाया हुआ था. आज मैं खुश हों यहां त्योहार जैसे माहौल
को दूख कर. केंद्र ने लेह को फिर से विकसित करने के लिये अच्छी मात्रा
में पैसा दिया था. हम खुश हैं आपके चेहरे पर मुस्कुराहट देखकर."
इस प्रकार राहुल एकाग्र भाव से लोगों को यह बताने में लगे हुए हैं कि मैं ही इस देश का अगला प्रधानमन्त्री हूँ.
झारखण्ड : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने यहां आम लोगों से
संवाद के एक कार्यक्रम में एकदम स्पष्ट रूप से कहा कि यह एक आम धारणा है कि भाजपा संघ
का अपना राजनीतिक दल है लेकिन यह सच नहीं है. मैं आपको बता दूं कि संघ का
राजनीति से कोई सम्बन्ध नहीं है.
भागवत ने कहा कि संघ के लिए सभी राजनीतिक
दल अपने हैं और सभी दलों में संघ के स्वयं सेवक हैं. यहां तक कि कांग्रेस
और साम्यवादी दलों में भी संघ के स्वयं सेवक काम कर रहे हैं. इसका यह अर्थ
तो नहीं है कि वह दल संघ के हैं अथवा संघ उनसे संबद्ध है.
भागवत ने कहा कि भाजपा में संघ के सर्वाधिक स्वयं सेवक हैं, लेकिन इसका यह अर्थ नहीं लाया जाना चाहिए कि भाजपा संघ की राजनीतिक पार्टी है क्योंकि कोई भी राजनीतिक दल संघ का नहीं है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि संघ देश हित को सर्वोपरि मानता है और देश की उन्नति के लिए वह पूरी तरह
समर्पित है. उन्होंने कहा कि जो लोग इस उद्देश्य से देश में काम कर रहे
हैं, संघ उनके साथ खड़ा है और उनकी हरसंभव सहायता करेगा. उन्होंने कहा कि
राजनीतिक दलों का स्वाभाविक काम ही समाज को तोड़ना है क्योंकि राजनीतिक
समाज को तोड़कर ही की जाती है. इसीलिए संघ किसी भी पार्टी या राजनीति से
अपने को दूर रखता है.
आप को क्या लगता है क्या यही संघ का सच है ? क्या संघ सभी दलों को समर्थन करता है ? क्या आप संघ को समझ सके हैं ? क्या संघ से आपका कोई लगाव/जुड़ाव है ? कृपया टिप्पणी देकर बताइये.
जम्मू : नेशनल कांफ्रेंस का कहना है कि जम्मू कश्मीर में उमर अब्दुल्ला की
लोकप्रियता से बौखलायी विपक्षी पार्टी ‘पी डी पी’ सत्ता के लिये भूखी है.
उमर अब्दुल्ला द्वारा किये गये ऐतिहासिक फैसलों को देख कर पीडीपी बुरी तरह से बौखलाई हुई है.
नेशनल कांफ्रेंस के वरिष्ठ नेता शेख मुस्तफा कमाल ने विपक्षी दल पीडीपी पर सरकार को कमजोर करने का आरोप लगाया.
गुजरात के मुख्यमंत्री और भारतवर्ष के सम्भावित प्रधानमन्त्री नरेन्द्र भाई मोदी के समर्थकों ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमन्त्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग को लेकर पार्टी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी के निवास के बाहर खुल कर प्रदर्शन किया.
गोवा में भाजपा की बैठक में मोदी को अहम जिम्मेदारी सौंपने की घोषणा किये जाने की संभावना है, लेकिन आडवाणी की अनुपस्थिति में इसे टाला भी जा सकता है.
भाजपा का कहना है कि आडवाणी अस्वस्थ होने के कारण इस अहम बैठक में हिस्सा लेने नहीं आ पाए, परन्तु इसे आडवाणी की नाराजगी के रुप में नहीं देखा जाना चाहिये. उन्होंने कुछ दिन पूर्ण मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को मोदी से बेहतर मुख्यमंत्री बताया था.
मोदी के समर्थक आज दोपहर में आडवाणी के घर बाहर इकट्ठा हो गये. उनकी मांग थी कि आडवाणी गुजरात के मुख्यमंत्री को अपना आशीर्वाद देकर उन्हें प्रधानमंत्री का उम्मीदवार घोषित करें. प्रदर्शनकारी हाथों में पट्टियां लिये हुये थे, जिन पर लिखा था मोदी को कमान आडवाणी को सम्मान.
चांदीपुर. भारत ने अपनी मिसाइल
क्षमताओं को बढ़ाते हुए आज यहां एक परीक्षण रेंज से परमाणु संपन्न पृथ्वी-2
बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया जो 350 किलोमीटर दूरी तक प्रहार कर
सकती है.
चांदीपुर में एकीकृत
परीक्षण रेंज (आईटीआर) के तृतीय परिसर से एक मोबाइल लॉन्चर के माध्यम से
सुबह करीब 9:07 बजे सतह से सतह पर प्रहार करने वाली मिसाइल का परीक्षण
प्रक्षेपण किया गया.
अत्याधुनिक पृथ्वी मिसाइल
देश के प्रतिष्ठित एकीकृत निर्देशित प्रक्षेपास्त्र विकास कार्यक्रम
(आईजीएमपीडी) के तहत विकसित पहली बैलिस्टिक मिसाइल है और इसमें 350
किलोमीटर दूरी तक प्रहार करने के साथ 500 किलोग्राम परमाणु और परंपरागत
दोनों तरह के वारहैड्स ले जाने की क्षमता है। सशस्त्र बलों में पहले ही
शामिल की जा चुकी कम दूरी की इस अत्याधुनिक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण
सेना की ओर से उपयोग के समय किया गया परीक्षण था और रक्षा अनुसंधान एवं
विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों ने इस पर नजर रखी
मुंबई. मशहूर गायिका आशा भोंसले की बेटी वर्षा ने सोमवार को अपने घर
में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
वर्षा भोंसले पेशे से पत्रकार थी. साथ ही वह एक
मशहूर पब्लिशिंग हाउस के लिए बतौर फ्रीलांसर काम करती थी. आत्महत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
वर्षा भोंसले पहले भी आत्महत्या का प्रयास कर चुकी है. बताया जा रहा है कि
वर्षा अपने तलाक को लेकर लंबे समय से मानसिक रूप से परेशान थी. कुछ मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक वर्षा ने
नींद की गोलियां खा ली.
हालत गंभीर होने पर उसे जसलोक अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसने दम
तोड दिया. 55 साल की वर्षा अकेली रह रही थी.
नई दिल्ली. अपने ट्रस्ट में व्याप्त भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद और उनकी पत्नी लुईस खुर्शीद पर शिकंजा कसने लगा है. खुर्शीद के ट्रस्ट पर लगे आरोपों के सिलसिले में जांच शुरू
हो गई है. उत्तर प्रदेश में 16 अलग अलग जगहों पर छापे मारे गए
हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने खुर्शीद के दावों को गलत
ठहराते हुए नए सबूत पेश किए हैं. विकलांगों को उपकरण दिए जाने से जुड़े नए
खुलासे से केंद्रीय मंत्री की काफी किरकिरी हो रही है. मीडिया बता रहा है
कि खुर्शीद ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर विकलांगों को जो उपकरण एक साल
पहले देने का दावा किया जबकि वास्तव में वह मात्र एक दिन पहले (शनिवार को)
दिया गया था. हर ओर से घिर रहे खुर्शीद अब प्रधानमंत्री को सफाई देने के
लिए उनसे वक्त मांग रहे हैं.
केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि खुर्शीद ने रविवार को मीडिया के सामने जो
तस्वीरें दिखाईं, वो गलत हैं. केजरीवाल ने मीडिया रिपोर्ट के आधार पर आरोप
लगाया कि मैनपुरी में जो विकलांग नहीं हैं, उन्हें उपकरण दिए
गए.
केजरीवाल ने 'सबूत' के तौर पर मैनपुरी के एक युवक पंकज को मंच पर पेश
किया और कहा कि पैर से विकलांग इस युवक को 'हियरिंग एड' दिए जाने की
खानापूर्ति हो चुकी है लेकिन अभी तक उसे ये उपकरण नहीं मिले हैं. इस शख्स
ने भी मंच से कहा कि खुर्शीद के एनजीओ की तरफ से उसे कुछ भी नहीं मिला है.
केजरीवाल ने मैनपुरी में सलमान के एनजीओ से लाभ पाने वाले लोगों की लिस्ट
में गड़बड़ी के भी आरोप लगाए.
इससे पहले बुलंदशहर में रविवार को कांग्रेस के कुछ नेताओं ने विकलांगों
की परेड कराई और दावा किया कि खुर्शीद के ट्रस्ट की तरफ से इन विकलांगों
को साल भर पहले ट्राइ साइकिल दिए गए. लेकिन इस परेड में शामिल विकलांगों ने
एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि उन्हें सालभर पहले नहीं, बल्कि रविवार
सुबह ही ये उपकरण मिले हैं. इन विकलांगों के ट्राइ साइकिल इतने नए थे कि
उनके रैपर भी नहीं हटे थे.
केजरीवाल ने टीवी चैनल के इस खुलासे को लेकर भी सलमान खुर्शीद की
खिल्ली उड़ाई. केजरीवाल ने पीएम मनमोहन सिंह से खुर्शीद को तत्काल
बर्खास्त करने की मांग की. उन्होंने कहा कि वह अपनी बात पीएम के सामने
रखेंगे. खुर्शीद भी प्रधानमंत्री से मिल कर अपना पक्ष रखने वाले हैं.
लखनऊ. साल 2014 में देश में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले उत्तर
प्रदेश में अपने पुराने जनाधार को प्राप्त करने के लिए भारतीय जनता पार्टी
(भाजपा) अपनी विचारधारा और मुख्य मुद्दों राम मंदिर निर्माण, समान नागरिक
संहिता और धारा 370 के मुद्दों को लेकर जनता के बीच पहुँची. भाजपा की यह कोशिश है कि वह लोगों का विश्वास जीतने में सफल रहे जो पिछले 10 वर्षों से उससे दूरी बनाए हुए है.
यूपी में बीजेपी प्रदेश इकाई के युवा नेता और प्रदेश महामंत्री पंकज सिंह
ने कहा कि बीजेपी ने राममंदिर निर्माण का मुद्दा कभी छोड़ा नहीं था. बीजेपी
इन मुद्दों के साथ हमेशा जनता के बीच बनी रहेगी.
ध्यातव्य है कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी पिछले दिनों अपने
गोरखपुर प्रवास के दौरान सार्वजनिक तौर पर कहा था कि अगर बीजेपी को अपनी सरकार
बनानी है तो पार्टी को राम मंदिर मुद्दा़, धारा 370 और समान नागरिक संहिता
जैसे अपने पुराने एजेंडे पर लौटना ही होगा क्योंकि ये मुद्दे ही भाजपा की पहचान हैं तथा राष्ट्र-हित में आवश्यक हैं.
प्रदेश महामंत्री पंकज ने कहा कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश और कोयला ब्लॉक आवंटन का मुद्दा
कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित होगा और देश में एक बार फिर बीजेपी की
सरकार बनेगी.
नई दिल्ली : दूसरी बार भाजपा की कमान सम्भालने की तैयारी में जुटे भाजपा के वर्तमान अध्यक्ष नितिन गडकरी ने एक चैनल को दिए अपने एक साक्षात्कार में इस बात को स्वीकार किया है कि यदि उनकी पार्टी 2014 के लोकसभा चुनाव में बहुमत हासिल कर लेती है तो नरेंद्र मोदी पीएम पद के योग्य उम्मीदवारों में से एक हैं परन्तु इस बारे में निर्णय चुनाव बाद ही किया जाएगा.
गडकरी ने ये भी कहा कि वे अगला लोकसभा चुनाव लडने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
उल्लेखनीय है कि नितिन गडकरी पर हाल ही में सिंचाई घोटाले में शामिल होने के आरोप लगे हैं. सिंचाई घोटाले व उनके अजय संचेती के साथ कथित संबंधों के बारे में उन्होंने कहा कि अगर कोई भी यह साबित कर दे कि उनके करीबी सहयोगी व पार्टी सांसद अजय संचेती के साथ उनके बिजनेस संबंध हैं तो वे राजनीति से संन्यास ले लेंगे.
इसके साथ ही गडकरी ने यहाँ तक कहा कि यदि आपके पास इस बारे में एक भी साक्ष्य है जो यह साबित करता हो कि मैं सीधे या परोक्ष रूप से संचेती का बिजनेस पार्टनर हूं तो बताइए. मैं अपनी सारी संपत्ति उसके नाम कर दूंगा. मैं किसी भी एजेन्सी की जांच से नहीं डरता.
लंदन : ब्रिटेन के एक गिरजाघर ने अपने परिसर में योगाभ्यास पर यह कह कर पाबंदी लगा दी है कि व्यायाम की यह प्राचीन भारतीय विधा कैथोलिक लोगों की धार्मिक
भावनाओं से मेल नहीं खाती है.
ब्रिटिश समाचार पत्र ‘सन’ के अनुसार गिरजाघर प्रबंधन ने योग शिक्षिका कोरी को बताया कि यह पाबंदी इसलिए लगाई गई है क्योंकि योग हिंदू धर्म से जुड़ी गतिविधि है.
गिरजाघर के फादर जॉन चैंडलर ने कहा कि परिसर कैथोलिक गतिविधियों के लिए है
और उन्होंने यहां कोरी की कक्षाओं पर प्रतिबंध लगाया है क्योंकि
‘आध्यात्मिक योग’ की बात की गई थी.
योग शिक्षिका कोरी का कहना है कि गिरजाघर ने दो महीने
पहले ही बुकिंग कर ली थी और इसके लिए 180 पाउंड अदा किए थे.
वाशिंगटन : अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले ओबामा ने कहा कि देश प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है. राष्ट्रपति ओबामा ने
कहा कि उनके कार्यभार संभालने के बाद से देश में बेरोजगारी दर अभी सबसे
न्यूनतम स्तर पर है. यह अमेरिकी युवाओं के लिए बड़े संतोष की बात है.
ओबामा की टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब नवीनतम आकड़ों के अनुसार सितंबर के
दौरान अमेरिका में बेरोजगारी दर घटकर 7.8 फीसद रह गई है. यह 2009 के बाद
सबसे कम है. चुनाव के सिलसिले में ओहियो में आयोजित एक बैठक में ओबामा ने
कहा कि आज मेरा मानना है कि एक देश के तौर पर हम आगे बढ़ रहे हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की पहली बहस में बढ़ती बेरोजगारी दर को लेकर
विपक्ष के निशाने पर आए राष्ट्रपति बराक ओबामा को श्रम साख्यिकी ब्यूरो की
नवीनतम रिपोर्ट से काफी राहत मिली है. इस प्रकार से ओबामा अपने प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी से आगे जाने की कोशिश कर रहे हैं.
लंदन/वाशिंगटन : अमेरिकी के अधिकारियों ने आज संतोष जताया है कि आखिरकार
उन्हें कट्टरपंथी इस्लामी अबु हम्जा और उसके चार संदिग्ध आतंकवादी
साथियों खालीद अल-फवाज, सैयद तहला अहसान, आदिल अब्दुल बारी और बाबर
अहमद पर मुकदमा चलाने का मौका मिलेगा.
हम्जा ने लंदन हाईकोर्ट से अपील की थी कि उसे स्वास्थ्य जांच के लिए
ब्रिटेन में रहने दिया जाए. ब्रिटेन में गिरफ्तार किए गए हम्जा और उसके
साथी आतंकवादी गतिविधियों के आरोप में अमेरिका में वांछित थे.
अमेरिका
के न्याय विभाग के प्रवक्ता डीन बॉयड ने कहा, ‘हमें प्रसन्नता है कि इन
मामलों में प्रत्यर्पण प्रक्रियाओं का अंत हो गया है.’ उन्होंने कहा, ‘हम
इन लोगों पर मुकदमा चलाने के लिए उन्हें अमेरिका लाने के लिए ब्रिटिश
अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.’
आज ब्रिटेन की एक अदालत के फैसले
के साथ ही कट्टरपंथी इस्लामी धर्मगुरु अबु हम्जा और चार अन्य संदिग्ध
आतंकवादियों का अमेरिका प्रत्यर्पण तय हो गया था. ब्रिटेन की एक अदालत के
फैसले ने प्रत्यर्पण रोकने की उनकी अंतिम कोशिश पर भी आज पानी फेर दिया. अब इन
पांचों को ब्रिटेन से अमेरिका के एडीएक्स फ्लोरेंस के ‘सुपरमैक्स’ जेल में
ले जाया जाएगा.
इस्लामाबाद : क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान के सैकड़ों समर्थकों
ने शनिवार को मोटरों के काफिले के साथ अमेरिकी ड्रोन हमलों के विरोध में
आतंकवादी बहुल क्षेत्र दक्षिण वजीरिस्तान तक शांति यात्रा निकाली.
लगभग 130 वाहनों के काफिले वाली इस शांति यात्रा में खान समेत
तहरीक-ए-इंसाफ दल के प्रमुख नेता, पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी भी
शामिल थे. ये लोग सरकार की ओर से जारी आत्मघाती हमलों की चेतावनियों के
बावजूद इस रैली में शामिल हुए.
संवाददाताओं से बात करते हुए इमरान खान ने दावा किया कि तालिबान की ओर से हमारी
इस शान्ति यात्रा को कोई खतरा नहीं है, सिर्फ सरकार ही इसे रोकने की कोशिश कर रही
है. खान ने कहा, वजीरिस्तान के कबीलाई लोगों को इस रैली के दौरान सुरक्षा
मुहैया कराई जाएगी. इस यात्रा का समापन दक्षिण वजीरिस्तान के कोटकाई गांव
में रविवार को होने की संभावना है.
इस्लामाबाद. पकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को खोलने के लिए स्विस सरकार को पत्र लिखने का मामला फिर उलझ गया है.
पत्र के मसौदे को लेकर सरकार और देश के सर्वोच्च न्यायालाय का मतभेद शुक्रवार
को भी देखने को मिला. पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने स्विस सरकार को भेजे
जाने वाले पत्र के ताजा मसौदे पर भी एतराज जताया है.
साथ ही इसे 10 अक्टूबर तक अंतिम रूप देने का निर्देश पाकिस्तान की
सरकार को दिया है. शुक्रवार को कानून मंत्री फारूक नाईक ने न्यायमूर्ति
आसिफ सईद खोसा की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय पीठ के सामने पत्र का
संशोधित मसौदा पेश किया.
न्यायाधीशों ने पत्र के कुछ अंशों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह 2009
के उस आदेश से मेल नहीं खाता है जिसमें जरदारी के खिलाफ मामलों की समीक्षा
की अपील की गई थी.
अदालती कार्यवाही के दौरान न्यायाधीश विचार-विमर्श करने के लिए दो बार
अपने चेंबर में भी गए. सलाह-मशविरे के लिए नाईक और एक सरकारी वकील को भी
चेंबर में बुलाया गया.
इसके बाद न्यायाधीश जब अदालत कक्ष में लौटे तो कानून मंत्री ने पत्र
के मसौदे को अंतिम रूप देने और प्रधानमंत्री के साथ विचार-विमर्श के लिए
समय मांगा. देश की शीर्ष अदालत ने संक्षिप्त आदेश में पत्र के मसौदे में
सुधार के लिए 10 अक्टूबर तक का वक्त देते हुए सुनवाई स्थगित कर दी.
गौरतलब है कि पत्र लिखने से इनकार करने के बाद अदालती अवमानना के
आरोपी बनाए गए प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ ने 18 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट
के समक्ष पेश होकर कहा था कि उनकी सरकार स्विट्जरलैंड को पत्र भेजेगी.
ऐसा लगता नहीं है कि पाकिस्तान सरकार की मंशा अपने भ्रष्ट राष्ट्रपति के विरुद्ध स्विस पत्र लिखने में कोई दिलचस्पी है. वह पूरी कोशिश कर रही है कि येन-केन प्रकारेण अपने भ्रष्टतम राष्ट्र-प्रमुख को बचा लिया जाय.
नागपुर. केंद्रीय कानून मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा है कि महात्मा गांधी की नई जीवनी पर बैन लगाने का कोई कारण नहीं दिखाई देता. मोइली ने कहा कि 'ग्रेट सोल: महात्मा गांधी एंड हिज स्ट्रगल विद इंडिया' के लेखक का कहना है कि यह समीक्षक ने अपनी ओर से मतलब निकाल कर लिखा है न कि किताब में ऐसी बात लिखी गई है. इसलिए फिलहाल इस पर पाबंदी लगाने का सवाल ही नहीं उठता.
यह जीवनी पुलित्ज़र अवार्ड विजेता न्यूयॉर्क टाइम्स के पूर्व संपादक जोसफ लेलीवेल्ड ने लिखी है.
ब्रिटिश मीडिया में किताब की समीक्षा और इसके कुछ अंश छपे, जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी के चरित्र पर उंगली उठाते हुए कहा गया कि वे समलैंगिक थे. लेखक ने सफाई दी है कि उन्होंने यह नहीं लिखा है कि महात्मा गांधी के पुरुष प्रेमी थे, बल्कि यह बताया है कि वह एक पुरुष के साथ रहते थे. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने जो लिखा है, वह पुराने दस्तावेज के आधार पर लिखा है.
महाराष्ट्र सरकार और गुजरात सरकार ने इस किताब पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने केंद्र से भी ऐसा ही करने की मांग की है, लेकिन अब केंद्र के इनकार के बाद इस मामले के तूल पकड़ने के आसार हैं.
लाहौर. पाकिस्तानी सर्वोच्च न्यायालय की ओर से अयोग्य ठहराए जाने के बाद पद छोड़ने वाले पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा है कि उनके देश में ‘अघोषित बांग्लादेश-मॉडल सरकार’ चल रही है.
उन्होंने कहा, ‘जब मैं पाकिस्तान के संविधान की मर्यादा को अक्ष्क्षुण रखने के लिए अयोग्य करार दिया गया तो संसद मेरे पीछे खड़ी नहीं हुई. अब यही संसद दोहरी नागरिकता वाले दूसरे सांसदों को अयोग्य ठहराए जाने पर आंसू बहा रही है. ऎसी संसद का कोई मतलब नहीं है.’
नेपाल. सत्तारूढ़ माओवादियों के एक धड़े के दबाव के सामने झुकते हुए नेपाल के सिनेमाघरों ने हिन्दी फिल्मों को दिखाना बन्द कर दिया है.
नेपाल फिल्म निर्माता एसोसिएशन के अध्यक्ष राज कुमार राय ने बताया कि 50 सिनेमाघरों ने सोमवार से भारतीय फिल्में दिखाना बंद कर दिया है.
हमने पूरे देश में हिन्दी फिल्में दिखाना बंद करने की माओवादियों की मांग के साथ एकजुटता प्रदर्शित किया है.
हालाँकि उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस कदम से करीब एक लाख लोगों का मनोरंजन प्रभावित हो रहा है और लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है.
राय ने कहा कि वे (माओवादी) हिन्दी सिनेमा के विरूद्ध नहीं हैं, लेकिन नेपाली सिनेमा को बढ़ावा देने के लिए हमने 10 दिनों तक हिन्दी सिनेमा नहीं दिखाने का निर्णय लिया है. विदेशी फिल्मों से हमारे स्थानीय फिल्म उद्योग को बहुत क्षति पहुंच रही है.
ध्यातव्य है कि कट्टरपंथी नेता मोहन वैद्य के नेतृत्व वाले सीपीएन-माओवादी ने पिछले महीने एक चेतावनी जारी करते हुए कहा था कि हिन्दी सिनेमा नेपाल की भाषा-संस्कृति के प्रति अरूचि पैदा कर रहा है.
चीन के
खिलाफ वर्ष 1962 की जंग में मिली शिकस्त से सबक लेते हुए भारत ने अपनी
पूर्वोत्तर सीमाओं की सुरक्षा को मजबूत बनाना शुरू कर दिया है. वायु सेना
प्रमुख एनएके ब्राउन ने जोर देकर कहा, ‘यदि 1962 के युद्ध में वायुसेना ने
आक्रामक भूमिका निभाई होती तो इसका परिणाम कुछ दूसरा ही देखने को मिलता. भविष्य में वायु
सेना अग्रणी भूमिका में होगी.’
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 में भारत-चीन युद्ध को
50 वर्ष पूरे हुए हो चुके हैं। 1962 के युद्ध के दौरान आईएएफ के विमानों को
मुख्यत: परिवहन के तौर पर ही इस्तेमाल किया गया था. एयर चीफ मार्शल ब्राउन
ने कहा, ‘मैं आपको आश्वस्त करता हूँ कि भविष्य में ऐसी कोई सीमित भूमिका
नहीं होगी. वायु सेना आगे से हर क्षेत्र में हर काम के लिए अग्रणी भूमिका
में होगी.’
उन्होंने कहा कि कि भविष्य के लिहाज से वायुसेना अब पूर्वोत्तर
में पहले की तुलना में अधिक मजबूत स्थिति में है. पूर्वी क्षेत्र में दो और
सुखोई स्क्वाड्रनों को तैनात करने की
तैयारी है.
गौरतलब है कि इस समय दो सुखोई स्क्वाड्रन तेजपुर और चबाबुआ ((दोनों असम)) में तैनात हैं.
वायु
सेना प्रमुख ने बताया, ‘हम सुखोई के चार और स्क्वाड्रनों की तैनाती करने
जा रहे हैं, इनमें से दो स्क्वाड्रन पूर्वी क्षेत्र में तैनात किए जाएंगे.
इस तैनाती से ज्यादा कुछ नहीं तो चीन के आक्रामक वक्तव्यों पर इससे एक हलके से प्रतिरोध की आशा तो की ही जा सकती है.
गुवाहाटी : ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों में जल का स्तर बढ़ने के कारण असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर होती जा रही है. इस वर्ष तीसरी बार आई बाढ़ में बाकसा, बारपेटा, दारंग, धेमाजी, डिब्रूगढ़,
गोलाघाट, जोरहट, कामरूप ग्रामीण, कामरूप शहरी, लखीमपुर, मोरीगांव, नौगांव,
नलबाड़ी, शिवसागर, सोनीतपुर और तिनसुकिया जिले के 63 राजस्व सर्किल डूब गए
हैं. ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूगढ़, नेमातीघाट, तेजपुर, धुबरी, गुवाहाटी और
गोलपाड़ा में खतरे के निशान के उपर बह रही है.
मजूली में ब्रह्मपुत्र नदी में आई बाढ़ के कारण नौ मशहूर सत्र 9वैष्णव मठ एवं 40 शैक्षणिक संस्थान डूब गए. मजूली के 890 वर्गकिलोमीटर में 70 फीसदी
से ज्यादा हिस्सा जलमग्न है. राज्य भर में बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 166
राहत शिविर बनाए गए हैं. इन शिविरों में 2 . 31 लाख से ज्यादा लोगों ने
शरण ली रखी है.
बाढ़ में नौ लोगों की मौत हो गई और 13 . 8 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए जबकि 16 जिलों में 1972 गांव जलमग्न हो गए हैं
हिन्दप्रभा डेस्क: आंध्र प्रदेश की पूर्व गृहमन्त्री पी सविता इंद्रा रेड्डी और वाईएसआर
कांग्रेस के प्रमुख वाईएस जगनमोहन रेड्डी शुक्रवार को यहां विशेष सीबीआई
अदालत के समक्ष पेश हुए. उनकी यह पेशी कडप्पा सांसद जगन मोहन रेड्डी की कम्पनियों में
कथित परस्पर अनुवर्ती निवेश से जुड़े एक मामले में हुई थी.
अदालत ने जगन और उनके वित्तीय सलाहकार वी विजय साई रेड्डी की
न्यायिक हिरासत 21 जून तक बढ़ा दी और सभी आरोपियों को दोबारा अदालत में पेश
होने का निर्देश देते हुए मामले की सुनवाई के लिए 21 जून की तारीख तय कर
दी.
जगन फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं और चंचलगुडा केंद्रीय कारागार में बंद हैं.
जगन को उनके वित्तीय सलाहकार वी विजय साई रेड्डी के साथ जेल अधिकारियों ने
कड़ी सुरक्षा में अदालत में पेश किया. अदालती कार्रवाई शुरू होने के साथ ही
कुछ लोगों ने जगन के समर्थन में नारे लगाने लगे. इसके बाद न्यायाधीश ने जगन के वकील को
यह कहकर चेतावनी दी कि इस तरह वे अदालत की सहानुभूति खो देंगे.
जज ने कहा कि यदि ऐसा शोरगुल दोबारा हुआ और आपके लोगों ने इस तरह का बर्ताव
किया तो आप अदालत की सहानुभूति खो देंगे, इसलिए थोड़ा सभ्य तरीके से बर्ताव
कीजिए. इससे पहले जगन की मां और वाईएसआर कांग्रेस की विधायक विजयम्मा उसे
देखकर न्यायालय कक्ष में रो पड़ीं. जगन उन्हें ढांढस बंधाते रहे.
अदालत ने जगन को उनकी मां, पत्नी भारती और परिवार के अन्य सदस्यों से एक घंटे तक साथ बने कमरे में बात करने की इजाजत दी.
कोलकता. तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष व पश्चिमी बंगाल की मुख्यमन्त्री ममता बनर्जी ने बीमा और पेंशन क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेश निवेश (एफडीआई) की सीमा बढ़ाए जाने को अनैतिक फैसला करार दिया है. उन्होंने मनमोहन सरकार को सत्ता से हटाने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाने पर जोर दिया है.
कुछ दिन पूर्व तक संप्रग की सहयोगी रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की नेता ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को केंद्र की संप्रग सरकार पर देश को लूटने और झूठ बोलने का आरोप लगाया.
ममता बनर्जी ने फेसबुक पर लिखा कि देश को बचाने के लिए सरकार का जाना जरूरी है. क्या आम आदमी सुधारों से यही उम्मीद करता है सुधार के नाम पर लूट चल रही है. इसे दबाने के लिए झूठ चल रहा है झूठ.
ममता दीदी ने कहा कि यह काफी संवेदनशील विषय है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अल्पमत सरकार इस तरह अनैतिक भूमिका नहीं निभा सकता. आइए हम सभी राजनीतिक दल विश्वास प्रस्ताव लाएं. हमने इस मुद्दे पर राष्ट्रपति से मिलने का निर्णय किया है.
उन्होंने कहा कि बीमा क्षेत्र में एफडीआई की सीमा 26 से बढ़ाकर 49 प्रतिशत किया जाना और पेंशन क्षेत्र में 26 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति दिए जाने लोगों की जीवनभर की बचत असुरक्षित हो जाएगी.
उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने स्कूल के गरीब बच्चों के भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचा. वे केरोसीन, डीजल और एलपीजी की कीमतें अपनी इच्छानुसार बढ़ा रहे हैं और स्कूली बच्चों के मिड डे मील को बचाने की चिंता उन्हें नहीं है. लोगों के हित के लिए लड़ने की प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बेशर्मी से गरीबों पर प्रहार कर रही है जिसे मैं बर्दाश्त नहीं करूंगी. अन्याय एवं अत्याचार के खिलाफ लड़ाई में मैं कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगी. पूरी जिंदगी मैं केंद्र की इस भ्रष्ट सरकार के विरुद्ध लड़ती रहूंगी. केंद्र की लोक विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन तेज करने का आह्वान करते हुए तृणमूल काग्रेस नेता ने कहा कि केंद्र सरकार ने उर्वरक की कीमतों में बढ़ोतरी की जिससे किसानों को नुकसान हुआ है.
मुंबई : शिवसेना सुप्रीमो बाला साहेब ठाकरे (Bal Thackeray) ने प्रत्यक्ष विदेशी
निवेश (एफडीआई) के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक प्रधानमंत्री जो इस मुद्दे पर ममता बनर्जी जैसे पूर्व
सहयोगी को समझाने में ‘नाकाम’ रहा, वह देश की जनता को कैसे समझा सकता है.
उन्होंने पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में लिखा कि 21 सितंबर को प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम संबोधन ‘बेहद
हास्यास्पद’ रहा और लिखा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने ‘ बहुत बेशर्मी से’ खुदरा क्षेत्र
में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को मंजूरी और डीजल दामों में वृद्धि
का बचाव किया.
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर
की यात्रा पर पहुंचे राहुल गांधी को शुक्रवार को बहुत बार की तरह इस बार भी शर्मिंदगी लज्जित होना पड़ा, क्योंकि कई पंचायत नेता उनकी मीटिंग के बीच से ही उठकर चले गए. इन नेताओं
ने कहा कि राहुल की मीटिंग में उनके हितों के लिए कोई बात नहीं हुई और वे
उनसे खफा हैं.
ऐसा पहले भी कई बार उनकी मीटिंगों में हो चुका है. बाद में मीडियाकर्मियों ने जब राहुल से इस बारे में
पूछा तो वह सवालों को टाल गए।. उन्होंने दुहराया कि वह रिश्तों को मजबूत
करने के लिए यहां आए हैं. राहुल ने कहा, आशा है कि हम कोई दूसरा रास्ता
निकाल लेंगे. पंचायतों को वे सभी अधिकार नहीं मिल रहे हैं जो उन्हें दिए गए
हैं. इसके अलावा राहुल ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं के साथ लंबे वक्त के
रिश्ते बनाने और उनकी आकांक्षाओं को पूरा करने का भी वादा किया.
उल्लेखनीय है कि पंचायत सदस्यों की सुरक्षा के मुद्दे पर राहुल गांधी और राज्य
के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के बीच टकराव की खबरें थीं. राज्य में
आतंकवादियों के हाथों कुछ पंचों और सरपंचों की हत्या के बाद राहुल ने इस
बारे में राज्य सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने दिल्ली में एक मीटिंग के
दौरान कहा था कि उमर अब्दुल्ला सरकार को चाहिए कि वह पंचायत सदस्यों को और
ज्यादा सुरक्षा मुहैया कराए. इन हमलों के बाद कई पंचायत सदस्यों ने
इस्तीफा भी दे दिया था.
क्यों ऐसा देखने को मिलता है कि राहुल गाँधी जब भी, जहां भी बोलने जाते हैं वहाँ बहुत भीड़ जुटती है परन्तु जब वह मुंह खोलते हैं जनता उनकी अहितकर बातें सुनकर नाराज़ होकर चल देती है या कुर्सी खींच कर मारने लग जाती है ताकि खुद राहुल ही चल दें. इस पर कांग्रेसियों को सोचने की आवश्यकता है.
नई दिल्ली. राबर्ट वाड्रा के खिलाफ अरविंद केजरीवाल के आरोपों के बाद
टि्वटर पर भी वाड्रा और डीएलएफ के संबंधों की ही चर्चा है. इस मुद्दे पर सोशल मीडया में काफी तीखी
प्रतिक्रियाएं हुई हैं. वहीं दूसरी ओर केन्द्रीय कृषि मंत्री शरद पवार,
कांग्रेस अध्यक्ष और यूपीए प्रमुख सोनिया गाँधी के दामाद को बचाने में जुट गए हैं.
एनसीपी सुप्रीमो और केन्द्रीय मंत्री शरद पवार ने कहा कि अगर केजरीवाल को
लगता है कि उनके आरोपों में दम है तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएं.
पवार ने
कहा कि अब तो यह परंपरा बन गई है कि कोई भी आरोप लगा देता और चुप हो जाता
है. बाद में न्यायिक जांच की मांग करने लगता है लेकिन ऎसे मामलों में कोई
भी कोर्ट जा सकता है. केजरीवाल भी कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि इससे पहले
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी वाड्रा का बचाव किया था.
अरविंद
केजरीवाल के सहयोगी कुमार विश्वास ने कहा है कि वाड्रा ने भारत को बनाना
रिपब्लिक कहकर देश का अपमान किया है.
वाड्रा देश के सबसे अहंकारी परिवार से
हैं. इसके लिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए. गौरतलब है कि अरविंद
केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने वाड्रा पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.